FACTUM: दो भाजपा नेताओं की आपस में भिड़ंत कचहरी पर खूब हुआ हंगामा
वकीलों ने कराया बीच-बचाव वरना हो सकता था बड़ा हादसा
शांति व्यवस्था कायम कराने मौके पर पहुचा भारी पुलिस फोर्स
जमीन विवाद बताया गया झगड़े की असली वजह
मुरादाबाद। (Court Moradabad)कचहरी मैं जिला(District Judge) जज न्यायालय के समीप मंगलवार (Tuesday)को एक बड़ा घटनाक्रम हुआ जहां भाजपा(BJP) के दो नेताजी आपस में ही भिड़ गए। जानकारी मिलने पर पता चला कि यह झगड़ा जमीनी विवाद को लेकर हुआ है।
जिला जज कोर्ट के पास मंगलवार सुबह भारतीय जनता पार्टी के दो दिग्गज नेता किसी काम से कचहरी परिसर में आए थे। जहां कहा जाता हैं। दोनो आमने सामने आ गए। फिर क्या था एक दूसरे को देखते ही दोनो दिग्गज नेताओं ने एक दूसरे का गिरेबान पकड़ते हुए थप्पड़ मारना शुरू कर दिया मौके पर मौजूद वकीलों (Advocate)ने दोनो नेताओ(Leader) को बचाया और अलग करते हुए अलग अलग चेम्बरों(Office) पर बैठा दिया। बीच वचाब के बीच दोनो नेता एक दूसरे को जान से मारने की धमकी(Warning) देते रहे। इतना ही नहीं एक भाजपा नेता ने यहां तक कह दिया चैम्बर से वाहर निकल कर दिखा तुझे यही गोली मार दूंगा यह कहते हुए भाजपा नेता ने अपने हाथ में एक पत्थर भी उठा लिया। भाजपा के दो बड़े नेताओं के बीच जिला जज कोर्ट परिसर के पास (Fight)झगड़े की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर(Inspector) सिविल लाइन गजेंद्र सिंह फोर्स(Police Force) के साथ मौके पर पहुच गए और दोनो नेताओ को किसी तरह शांत किया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है। दोनो भाजपा नेता मूंढापांडे में बनाए जा रहे एयरपोर्ट को लेकर आपस मे कहासुनी हो जाने के बाद विवाद बढ़ गया था। कचहरी परिसर से निकलते समय दोनो भाजपा नेताओं की ओर से थाना सिविल लाइन में तहरीर दिए जाने की बात कही जा रही हैं।
एसएसपी को कराया गया अवगत
जिला जज कोर्ट परिसर में एक दुसरे की जान के दुश्मन बने दोनो भाजपा नेताओं ललित कौशिक व रामवीर सिंह को शांत कराने के बाद इंस्पेक्टर सिविल लाइन गजेंद्र सिंह सीधे एसएसपी आफ़िस पहुचे और पूरी घटना से एसएसपी को बाकिफ कराते हुए अन्य आदेशों की जानकारी प्राप्त की(SSP) एसएसपी हेमराज मीणा द्वारा फोर्स को मौके पर रहने के आदेश (Order)दिए गए ताकि फिर से दोनो नेताओं के बीच किसी तरह का कोई विवाद न हो सकें।
भाजपा नेता ने वकील के चैम्बर में घुसकर खुद को बचाया
जिला जज न्यायालय परिसर में दोनो भाजपा नेता जब आपा खो चुके उनमें से एक भाजपा नेता ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए एक वकील के चैम्बर में बैठना ही मुनासिब समझा अगर भाजपा नेता अपना यह दिमाग नही चलाते तो कुछ भी हो सकता था। उस समय जो हालात बने हुए थे। उससे आसपास खड़े वकीलों में भी दहशत का माहौल बन गया था। लोगो का कहना है कि एक भाजपा नेता के हाथ में पत्थर था बताया गया कि उस नेता के बराबर में ही खड़ा उनका समर्थक बार बार भाजपा नेता को चैम्बर से वाहर निकलने की धमकी दे रहा था। इस धमकी के साथ बार बार उसका दायां हाथ कमर में बैल्ट की तरफ जा रहा था।
वकीलों ने किया बीच वचाब
दोनो भाजपा नेताओं के बीच अगर वकीलों ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो एक बड़ा हादसा जिला जज परिसर में होने की संभावना बन गई थी। वकीलों ने न सिर्फ भाजपा नेताओं को अलग किया बल्कि एक भाजपा नेता के समर्थकों को भी समझाते हुए शांत (Peace)करने का काम किया।