देश दुनियां

Factum: जानिये कौन है रॉफेल का हीरो? हिलाल अहमद का सच सुन हिल जायेंगे आप।

Factum: एयर वाइस मार्शल हिलाल अहमद राथर: कश्मीर की सरज़मीं से भारतीय वायुसेना के शिखर तक का प्रेरणादायक सफर

हिलाल अहमद भारत के प्रथम रॉफेल पायलट व प्रशिक्षु

 

🛡️ प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

जन्मस्थान: दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बख्शीआबाद क्षेत्र में जन्मे।

पारिवारिक पृष्ठभूमि: पिता, स्वर्गीय मोहम्मद अब्दुल्ला राथर, जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग में उप पुलिस अधीक्षक (Dy SP) के पद से सेवानिवृत्त हुए।

शिक्षा: 1978 में जम्मू के नागरोटा स्थित सैनिक स्कूल में दाखिला लिया। बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्राप्त किया और अमेरिका के एयर वॉर कॉलेज से डिस्टिंक्शन के साथ स्नातक किया।

 

✈️ भारतीय वायुसेना में करियर

कमीशन: 17 दिसंबर 1988 को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।

प्रमोशन: 1993 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट, 2004 में विंग कमांडर, 2010 में ग्रुप कैप्टन, 2016 में एयर कमोडोर और 2021 में एयर वाइस मार्शल के पद पर पदोन्नत हुए।

उड़ान अनुभव: मिराज-2000, मिग-21 और किरण जैसे विमानों पर 3,000 से अधिक दुर्घटनारहित उड़ान घंटे पूरे किए।

प्रशिक्षण और संचालन: फाइटर कॉम्बैट लीडर और योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के रूप में कार्य किया। ग्वालियर एयरबेस के कमांडर और पश्चिमी वायु कमान के फाइटर ऑपरेशंस के निदेशक के रूप में भी सेवाएं दीं।

    जम्मू कश्मीर के हिलाल अहमद भारत के पहले राफेल पायलट

🇫🇷 राफेल परियोजना में योगदान

भारतीय वायुसेना के लिए राफेल की डिलीवरी: 2016 में भारत के रक्षा वायु अताशे के रूप में फ्रांस में नियुक्त हुए। इस भूमिका में, राफेल लड़ाकू विमानों की भारत में शीघ्र और सफल डिलीवरी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

हथियार प्रणाली अनुकूलन: भारतीय आवश्यकताओं के अनुसार राफेल विमानों को हथियारों से लैस करने की प्रक्रिया में भी योगदान दिया।

 

⚔️ सर्जिकल स्ट्राइक में भूमिका

2016 सर्जिकल स्ट्राइक: 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस समय वे पश्चिमी वायु कमान के फाइटर ऑपरेशंस के निदेशक थे, जहाँ उन्होंने ऑपरेशनल प्लानिंग और फाइटर एयरक्रू की तैयारी में योगदान दिया।

 

🏅 सम्मान और पुरस्कार

वायु सेना मेडल (वीएम): 2010 में उत्कृष्ट सेवा के लिए प्रदान किया गया।

विशिष्ट सेवा मेडल (वीएसएम): 2016 में विशिष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया।

 

🌟 प्रेरणा का स्रोत

एयर वाइस मार्शल हिलाल अहमद राथर की कहानी भारतीय युवाओं, विशेषकर कश्मीर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी उपलब्धियाँ यह दर्शाती हैं कि समर्पण, परिश्रम और देशभक्ति से कोई भी ऊँचाई हासिल की जा सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *