Factum:-मुरादाबाद से गिरफ्तार हुआ ISI एजेंट शहजाद: पाकिस्तान के लिए करता था जासूसी, भारतीय सिम और एजेंट्स की भर्ती में था शामिल
मुरादाबाद से गिरफ्तार हुआ ISI एजेंट शहजाद: पाकिस्तान के लिए करता था जासूसी, भारतीय सिम और एजेंट्स की भर्ती में था शामिल

मुरादाबाद/रामपुर, 18 मई 2025:
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (UP ATS) ने मुरादाबाद से एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम करने वाले एजेंट को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शख्स का नाम शहजाद पुत्र अब्दुल वहाब है, जो रामपुर जिले के टांडा कस्बे के आज़ाद नगर मोहल्ले का निवासी है। उस पर भारत में जासूसी नेटवर्क फैलाने, ISI एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराने और देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं।
—
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
UP ATS को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि मुरादाबाद में एक संदिग्ध व्यक्ति पाकिस्तान से जुड़े नेटवर्क को संचालित कर रहा है। गुप्त निगरानी और तकनीकी सर्विलांस के आधार पर शहजाद की पहचान की गई। आखिरकार रविवार को ATS ने उसे मुरादाबाद से धर दबोचा।
पूछताछ में पता चला कि शहजाद कई बार पाकिस्तान यात्रा कर चुका है, जहाँ वह ISI अधिकारियों के संपर्क में आया। वहीं से उसे भारतीय सीमाओं की संवेदनशील जानकारियाँ इकट्ठा कर भेजने का काम सौंपा गया।
—
साजिश का नेटवर्क और भूमिका
शहजाद सिर्फ खुद जासूसी नहीं करता था, बल्कि उसने एक नेटवर्क खड़ा कर रखा था। वह भारत के भीतर ऐसे युवाओं को चिन्हित करता था, जिन्हें पैसे और झूठे वादों के जरिए पाकिस्तान भेजा जा सके। यह भी सामने आया है कि वह ISI एजेंटों को भारतीय सिम कार्ड और दस्तावेज भी उपलब्ध कराता था, जिससे भारत में उनका नेटवर्क मजबूत हो सके।
—
डिजिटल साक्ष्य और बरामदगी
ATS ने शहजाद के कब्जे से मोबाइल फोन, सिम कार्ड्स, पाकिस्तानी संपर्कों की जानकारी और डिजिटल दस्तावेज बरामद किए हैं। कई ऐसे चैट और ऑडियो रिकॉर्डिंग मिले हैं जिनमें वह भारत विरोधी गतिविधियों की जानकारी साझा करता दिख रहा है।
—
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
शहजाद पर देशद्रोह, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उसे कोर्ट में पेश कर जुडीशियल कस्टडी में भेज दिया गया है, जबकि ATS और खुफिया एजेंसियां उससे जुड़े पूरे नेटवर्क की पड़ताल में जुट गई हैं। संभावना है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
—
राष्ट्रीय सुरक्षा पर बड़ा खतरा
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पाकिस्तान की ISI किस तरह भारत के भीतर डिजिटल और मानव संसाधनों के जरिए जासूसी नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों की यह कार्रवाई निश्चित ही एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
शहजाद की गिरफ्तारी से यह साफ है कि आंतरिक सुरक्षा को लेकर हर स्तर पर सजग रहने की जरूरत है। डिजिटल युग में जासूसी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं, जिससे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को न सिर्फ सतर्क बल्कि तकनीकी रूप से और मजबूत होना होगा।