FACTUM: केवल वोट डालने से परिवर्तन नहीं होगा, अपने हक के लिए आवाज़ उठानी पड़ेगी,कामरेड धरमपाल सिंह
ठाकुरद्वारा। सोमवार को खंड विकास परिसर स्थित अशोक स्तम्भ अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष कॉमरेड कल्लन शाह तथा कॉमरेड शाकिर हुसैन की अध्यक्षता में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खान, तथा राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, के शहादत दिवस पर हुई इस विचार गोष्ठी में सभी शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।इस दौरान ए, आई, के, एम,एस के प्रांतीय अध्यक्ष कॉमरेड धर्मपाल सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ वोट डालकर बढ़ती जन समस्याएं बेरोजगारी महंगाई भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है इसमें नौजवान किसान मजदूर महिला शक्ति तथा बुद्धिजीवियों को संगठित होकर बढ़ती जनसमस्याओं को लेकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी। और सरकारों को मजबूर करना होगा आज भी समाज को रामप्रसाद बिस्मिल ठाकुर रोशन सिंह राजेंद्र नाथ लाहिड़ी अशफाक उल्ला खान भगत सिंह राजगुरु सुखदेव सन शेखर आजाद जैसे शहीदों की आज भी आवश्यकता है। किसान संघर्ष समिति के ललित उत्प्रेती एवं समाजवादी लोक मंच के मनीष कुमार ने कहा कि आज भारत में तमाम विदेशी कंपनियों को खुली छूट दी जा रही है जोकि देश की जनता के लिए घातक है विदेशी कंपनियों को भारत से खदेड़ा जाना चाहिए तथा किसान नेता प्रीतम सिंह ने विचार रखते हुए कहा कि काकोरी रेल क्रांति के दौरान हमारे शहीदों ने अंग्रेजों जो खजाना लेकर लखनऊ जा रहे थे काकोरी स्टेशन पर चैन पुलिंग करके रेलगाड़ी रुकवा कर अपने स्वतंत्रता के आंदोलन को चलाने के लिए खजाना लूट लिया था और वह खजाना था भी भारत की मेहनतकश जनता का ही और मेहनत कश जनता की सेवा में ही अर्थात देश की आजादी के आंदोलन में ही लगाना था।इन शहीदों को 19 दिसंबर 1927 को फांसी दे दी गई उनके अधूरे सपनों को साकार करने के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया और शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई तथा उनके दिखाए हुए रास्ते पर चलने के लिए संकल्प लिया गया। शहीदों का सपना सोशल विहीन समाज की स्थापना कर विदेशी कंपनियों से विहीन समाज की स्थापना करना चाहते थे उनके दिखाए हुए रास्ते पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी और उनके सपनों को साकार करना होगा। सभा में कॉमरेड स्वरूप सिंह मोहम्मद शरीफ सुरेश सिंह कामरेड सुरेंद्र सिंह, बुधराज सिंह राजेश कुमार, महिपाल सिंह, नरेश सिंह, अशरफ अली, करन सिंह, अध्यापक कॉमरेड वीर सिंह, कॉमरेड हाजी कल्लू, महिपाल सिंह, अमरीश कुमार, आदि मौजूद रहे।