मुरादाबाद मंडल

SDM Ghanshyam Verma Trapped in Bulldozer Case:बुलडोज़र प्रकरण में फंसे एसडीएम घनश्याम वर्मा : तबादला एसडीएम ने मीडिया को दी सफ़ाई

बुलडोज़र प्रकरण में फंसे एसडीएम घनश्याम वर्मा : तबादला एसडीएम ने मीडिया को दी सफ़ाई

एसडीएम घनश्याम वर्मा

 

मुरादाबाद-बिलारी फ़र्नीचर कारोबारी ज़ाहिद हुसैन के घर पर बुलडोज़र चलाने वाले एसडीएम घनश्याम वर्मा का आज ट्रांसफर हो गया है जिन्हें मुरादाबाद मुख्यालय में जौड़ा गया है। अब उनकी जगह बिलारी में एसडीएम राजबहादुर होंगे।


एसडीएम बिलारी के तबादले पर क्या बोले शिकायतकर्ता ज़ाहिद

शिकायतकर्ता ज़ाहिद

एसडीएम घनश्याम वर्मा के तबादले पर फर्नीचर कारोबारी जाहिद हुसैन का कहना है कि “एसडीएम बिलारी के यहां रहते हमारी शिकायत पर चल रही जांच में बाधा उत्पन्न हो रही थी हमने उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की अपील करते हुए एसडीएम के ट्रांसफर की भी मांग की थी जिसके चलते उन्हें यहां से हटा दिया गया है। हम इसके लिए जिला प्रशासन के आभारी हैं” फर्नीचर कारोबारी ने बहुत अधिक ना कहते हुए अपनी बात यह कहते हुए खत्म कर दी कि हमें इंसाफ तब मिलेगा जब हमारी फ़र्नीचर की रकम एसडीएम से हमें मिल जाएगी

एसडीएम घनश्याम वर्मा ने मीडिया को दी सफ़ाई।

एसडीएम घनश्याम वर्मा

 

तबादले से 1 दिन पूर्व एसडीएम घनश्याम वर्मा ने मीडिया के बीच अपने ऊपर लगे गंभीर आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि व्यापारी जाहिद हुसैन द्वारा उन पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं और यह सब केवल वह इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उनके घर की जांच चल रही है और उनके घर का कुछ हिस्सा अवैध रूप से तालाब पर बना हुआ है जांच में ये स्पष्ट हो जाएगा कि हम गलत हैं या फर्नीचर व्यापारी।
देखिए एसडीएम के बयान की पूरी वीडियो।

कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने 3 दिन में जांच पूरी करने के दिये थे आदेश

कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने जिलाधिकारी मुरादाबाद को आदेशित किया था कि व ADM स्तर के अधिकारी से SDM पर लगे आरोपों की जांच कराएं और 3 दिन में रिपोर्ट सोंपे जिसके मद्देनजर एडीएम प्रशासन सुरेंद्र सिंह शुक्रवार व शनिवार को जांच के लिए बिलारी पहुंचे थे
मौके पर जांच कराने के साथ ही ADM ने संबंधित लोगों और SDM के बयान भी दर्ज किए। जांच पूरी होने के बाद ADM प्रशासन ने देर शाम अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। इसके बाद DM शैलेंद्र कुमार सिंह ने SDM घनश्याम वर्मा को बिलारी से हटाकर मुख्यालय से अटैच कर दिया।


पढ़िये SDM पर आरोप लगाने वाले फ़र्नीचर कारोबारी ज़ाहिद का क्या है कहना।

” मेरा नाम जाहिद है। बिलारी में मेरा फर्नीचर का शोरूम है। जनवरी 2022 में SDM घनश्याम वर्मा मेरे शोरूम पर आए थे। उन्होंने बेड, सोफा, दीवान, सेंट्रल टेबल समेत करीब 1.48 लाख रुपए का फर्नीचर पसंद किया। जाते समय कह गए कि इसे मुरादाबाद में ऑफिसर्स कॉलोनी में मेरे आवास पर पहुंचवा देना। मैंने पूरा सामान एसडीएम के आवास पर भिजवा दिया।
इसके बाद 3 जुलाई की शाम को एसडीएम साहब फिर से मेरे शोरूम पर आए। उन्होंने बेड, सोफा समेत 1.19 लाख रुपये का फर्नीचर पसंद किया। SDM साहब ने कहा कि मेरी लड़की अलका हरदोई में डिप्टी जेलर है। यह पूरा सामान हरदोई में उसके घर भिजवा दो। मैंने 5 जुलाई को लेबर और गाड़ी अरेंज करके पूरा सामान हरदोई में भिजवा दिया। भाड़ा और मजदूरी भी अपने पास से ही दी।

 

वहां एसडीएम साहब की डिप्टी जेलर बेटी ने मेरी लेबर के साथ जानवरों जैसा सुलूक किया और बदतमीजी भी की। भेजे गए सामान का कोई पेमेंट भी नहीं दिया। 7 जुलाई को मैं फर्नीचर का बिल लेकर बिलारी में एसडीएम साहब के सरकारी आवास पर पहुंचा। बिल देखते ही एसडीएम घनश्याम वर्मा भड़क गए। गंदी गालियां देते हुए धक्के देकर घर से बाहर निकाल दिया। कहा कि मैं एसडीएम हूं। तेरी इतनी औकात है कि तू मुझसे फर्नीचर के पैसे मांगेगा।
मैं SDM साहब के घर से आया ही था कि इतने में तहसील से एक आदमी आया और कहा कि SDM साहब बुलडोजर लेकर तुम्हारा घर तोड़ने आ रहे हैं। तुम बिलारी छोड़कर भाग जाओ। इसके बाद मैं कुछ लोगों को साथ लेकर कचहरी में जाकर एसडीएम साहब से मिला। हाथ पैर भी जोड़े, लेकिन उन्होंने पहले से छपा हुआ एक नोटिस मेरे हाथ में पकड़ा दिया।
मैंने इसकी शिकायत डीएम और अन्य अधिकारियों से की। इसके बाद भी 12 जुलाई को दोपहर करीब एक बजे एसडीएम ने मेरे घर पर बुलडोजर चलवाना शुरू कर दिया। मैंने मौके से अधिकारियों को फोन किए, तब कार्रवाई रुकी। तब तक एसडीएम साहब मेरे घर की एक दीवार गिरवा चुके थे।”

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