अफगानिस्तान में आए भूकंप ने छीन लीं हज़ारो ज़िंदगियाँ।
अफगानिस्तान में आए भूकंप ने छीन लीं हज़ारो ज़िंदगियाँ।

अफ़ग़ानिस्तान संवाद सूत्र: अफ़ग़ानिस्तान में बेहद भयंकर भूकंप आये हैं यह भूकंप पक्तिका प्रांत में आए हैं जिन्होंने भयंकर रूप धारण किया है सूत्रों की माने तो इन भूकंप में 1000 से भी ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है इस समय अफ़ग़ानियो का जीवन पूर्ण रूप से अस्त-व्यस्त है घर मकान बर्बाद हो चुके हैं भूकंप के इलाकों में रहने को जगह नहीं है हालांकि घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है जहां उनका इलाज चल रहा है घायलों में छोटे बच्चों व महिलाओं की तादाद ज़्यादा है। कई परिवार ऐसे हैं जिनमें एक- एक सदस्य ज़िंदा बच पाए हैं।
(अस्पताल में भर्ती ) बीबी हावा के परिवार में 19 लोग थे जिसमें वो अकेली ही बची है

अपनी आपबीती बताते हुए कहती है “कि परिवार में 7 सदस्य एक ही कमरे में थे दूसरे कमरे में 5 लोग, तीसरे कमरे में 4 लोग ओर साथ ही के एक ओर कमरे में 3 लोग थे अब सिर्फ में ही बची हूँ में ज़्यादा कुछ कैसे कहूं मेरा दिल बेहद कमजोर हो गया है”
वहीं अस्पताल में भर्ती अरूप खान भूकंप के उस पल को याद करते हुए सिहर उठते हैं वह कहते हैं कि

“मैंने उठने की कोशिश की तो पाया कि मैं मिट्टी में दब चुका हूं और फिर कुछ लोगों ने मुझे बाहर निकाला है यह हालात बेहद भयावह थे घर के लोग यहां वहां पड़े हुए थे कुछ लोग गेस्ट हाउस में थे तो कुछ मस्जिदों में थे मैं जब घर लौटा तो देखा वहां सब बिलख बिलख कर रो रहे थे बच्चे और परिवार के लोग मानो मिट्टी में दबे हुए थे यह सब बेहद हॉलनाक, दर्दनाक था”।
वहीं अस्पताल में भर्ती वली खान ने बताया की वह पांच भाई थे जिनमें से चार भाइयों को वह इस भूकंप में खो चुके हैं,

उनका कहना है कि “जब मेरे ऊपर छत गिरी तो मुझे लगा जैसे किसी ने मुझे गोली मार दी है मेरा जिस्म दर्द से चूर था पर जैसे ही मैंने अपने भाइयों के मुर्दा जिस्म देखें तभी मैं बेहोश हो गया”। अफगानिस्तान में आए भूकंप के इन इलाकों में राहत का काम जारी है यह एक भयंकर त्रासदी है जिसने एक गरीब देश को हिला कर रख दिया है वहिं लोग और वहां की सरकार दुनिया की ओर मदद की उम्मीदों से आंखें गड़ाए खड़ी है