दिल्ली

बज़्म लिटरेचर फाउंडेशन ने आयोजित किया पहला साहित्यिक उत्सव, कला, सिनेमा और साहित्य के दिग्गज हुए शामिल

बज़्म लिटरेचर फाउंडेशन ने आयोजित किया पहला साहित्यिक उत्सव, कला, सिनेमा और साहित्य के दिग्गज हुए शामिल

बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में अतिथि गण
नई दिल्ली में बज़्म लिटरेचर फाउंडेशन द्वारा पहला साहित्यिक आयोजन ‘बज़्म लिटरेचर फेस्टिवल’ आयोजित किया गया, जिसमें साहित्य, कला और सिनेमा से जुड़ी कई नामचीन हस्तियों ने भाग लिया। संस्था का उद्देश्य आम जनमानस में साहित्यिक अभिरुचि को बढ़ावा देना और नए विचारों पर संवाद स्थापित करना है।
बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में अतिथि गण
बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में अतिथि गण
कार्यक्रम की शुरुआत तस्मिया ऑल इंडिया एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. एस फारूकी, आईएएस अधिकारी पवन कुमार, द पेन फाउंडेशन के चेयरमैन आसिफ आज़मी, लोकसभा सचिवालय के पूर्व संयुक्त निदेशक शिव कुमार बिलग्रामी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के कार्यकारी अधिकारी आलोक अविरल और बज़्म के संस्थापक रिषभ सेठ के स्वागत भाषणों से हुई।
बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में अतिथि गण
फेस्टिवल में विभिन्न विषयों पर आधारित सत्रों में साहित्य, समाज और सिनेमा के संबंधों को लेकर गंभीर चर्चा हुई। लेखिका जयंती रंगनाथन और प्रत्यक्षा ने स्त्री पहचान और लेखन को लेकर विचार साझा किए, जिसे हंस पत्रिका की कार्यकारी संपादक शोभा अक्षर ने संचालित किया। वहीं फिल्म विशेषज्ञ प्रकाश के रे और थिएटर निर्देशक अरविंद गौड़ ने सेंसरशिप और डिजिटल मंचों की चुनौतियों पर संवाद किया, जिसकी मेज़बानी वसीम अकरम ने की।
बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में सम्मानित करते अतिथि गण
ग़ालिब की परंपरा और उर्दू भाषा के अतीत और वर्तमान पर आधारित सत्र में एडवोकेट खलीलुर्रहमान और ग़ालिब के माद्दाह मुहम्मद अर्शदुल क़ादरी ने हिस्सा लिया। यह सत्र जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सहायक प्रोफेसर शाहनवाज़ फैयाज़ ने संचालित किया।
आयोजन का समापन मुशायरे और कवि सम्मेलन से हुआ, जिसमें शिव कुमार बिलग्रामी, आलोक अविरल, पवन कुमार आईएएस, मोईन शादाब, सोहैब अहमद फारूकी, अशकारा खानम कश्फ, अरुण श्रीवास्तव, विकास कुमार, सफीर सिद्दिकी, नोमान जमाल, फरमान चौधरी, इकबाल तकी शरकोटी और शिखा मल्होत्रा जैसे कवि और शायर शामिल हुए। इस सत्र की मेज़बानी प्रखर मालवीय कान्हा ने की।
बज़्म लिट्रेचर फाउंडेशन के आयोजन में शामिल शायर व अतिथि गण
फाउंडेशन की ओर से बताया गया कि यह उत्सव आगे भी नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा ताकि साहित्य और समाज के बीच की दूरी को पाटा जा सके।

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