राजस्थान पुलिस ने पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी भागचंद को जासूसी के आरोप में किया गिरफ्तार
प्रतीकात्मक तस्वीर
सूत्रों के हवाले से-राजस्थानी पुलिस ने एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी, भागचंद, को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। भागचंद 1998 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत आया था और 2016 में भारतीय नागरिकता प्राप्त की थी। उन पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी की और संवेदनशील जानकारी साझा की।
🕵️♂️ जासूसी के आरोप और modus operandi
CAA से नागरिकता प्राप्त भाग चंद पाकिस्तान से आया हिन्दू जासूस आरोपी
पुलिस जांच के अनुसार,
भगचंद ने पांच सिम कार्ड दिल्ली भेजे थे, जो बाद में जासूसी गतिविधियों में उपयोग किए गए। उनके एक रिश्तेदार के माध्यम से उनका संपर्क आईएसआई एजेंट अबिद से हुआ, जिसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर संवाद किया। भगचंद वर्तमान में दिल्ली के भाटी माइंस क्षेत्र में रह रहे थे, जहां पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों की बड़ी आबादी है।
🧭 CAA और राष्ट्रीय सुरक्षा पर उठते सवाल
इस घटना ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत दी गई नागरिकता की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि CAA का उद्देश्य धार्मिक उत्पीड़न से पीड़ित अल्पसंख्यकों को शरण देना है, लेकिन इस मामले से यह चिंता उत्पन्न हुई है कि कहीं इस कानून का दुरुपयोग तो नहीं हो रहा।
🛡️ सरकार की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे नागरिकता प्रक्रिया की समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा न बने। इसके अलावा, शरणार्थियों की पृष्ठभूमि की जांच को और सख्त किया जा सकता है।