किसानों के धरने के बाद बना समझौता, मिल प्रबंधन 12 करोड़ का भुगतान तय तारीख तक करेगा
बिलारी तहसील परिसर में धरना देते
बिलारी: तहसील में 24 मई को चल रहे भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के धरने का समाधान देर रात वार्ता के बाद हो गया। धरना उस समय समाप्त हुआ जब मिल प्रबंधन और किसानों के बीच मांगों को लेकर लिखित सहमति बनी। समझौते के अनुसार, मिल प्रबंधन किसानों को 12 करोड़ रुपये का भुगतान 5 जून 2025 तक करेगा। इस भुगतान की पहली किश्त 3.30 करोड़ रुपये की होगी, जो मंगलवार 27 मई 2025 को किसानों के खातों में भेजी जाएगी।
किसानों को सम्बोधित करते तहसील अध्यक्ष विक्की चौधरी
वार्ता के दौरान उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि यदि मिल प्रबंधन समझौते की शर्तों का पालन करने में लापरवाही करता है, तो मुख्य अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजने से भी गुरेज़ नहीं किया जाएगा।
वार्तालाप के दौरान उपजिलाधिकारी विनय कुमार व अन्य किसान नेता
गन्ना भुगतान को लेकर हुई इस वार्ता में प्रशासन और मिल प्रबंधन की तरफ से गन्ना जिला अधिकारी मुरादाबाद, गन्ना समिति सचिव, लक्ष्मी शुगर मिल के उपप्रबंधक सुभाष खोखर, जनरल मैनेजर ग्रीस कुमार, कैन मैनेजर संजीव कुमार आदि शामिल रहे।
धरने के दौरान वार्तालाप का एक दृश्य
वहीं किसानों की ओर से संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रंधावा, जिला अध्यक्ष सतीश चौधरी, युवा जिलाध्यक्ष अंकुर चौधरी, तहसील अध्यक्ष विक्की चौधरी, नगर अध्यक्ष अंकुश चौधरी, ग्राम अध्यक्ष उदित चौधरी, सूरज सिंह, उदयपाल सिंह, पंकज चौधरी, जितेंद्र सिंह, अजीत सिंह, ओमवीर सिंह, जगवीर सिंह, अनीस प्रधान, लवी चौधरी, राजपाल सिंह, खिलेंद्र सिंह समेत सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
धरने के एक और दृश्य
यह वार्ता उपजिलाधिकारी की मध्यस्थता में लिखित रूप में संपन्न हुई, जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर संतोष जताया।