Ghazal, Urdu Shayri-मुरस्सा ग़ज़ल, डॉ मुजफ्फर हुसैन नादिर, बिलारी
Ghazal, Urdu Shayri-मुरस्सा ग़ज़ल, डॉ मुजफ्फर हुसैन नादिर, बिलारी नज़र में कद्र जो मां बाप की नहीं होती ।
Read MoreLIVING WITH FACT
Ghazal, Urdu Shayri-मुरस्सा ग़ज़ल, डॉ मुजफ्फर हुसैन नादिर, बिलारी नज़र में कद्र जो मां बाप की नहीं होती ।
Read More