BILARI: आज़ादी का अमृत महोत्सव के समापन पर आयोजित हुआ मुशायरा | Mushayra| Kavi Sammelan
शायरों व कवियों ने बांधा देशभक्ति का समां
उप ज़िलाधिकारी राज बहादुर सिंह ने सजाई शायरों की महफ़िल
आज़ादी का अमृत महोत्सव के समापन पर बिलारी नगर के अनिल फार्म पर एक कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन हुआ शायरों की इस महफिल को उपज़िलाधिकारी बिलारी राज बहादुर सिंह द्वारा सजाया गया। देर रात चले इस मुशायरे एवं कवि सम्मेलन में हिंदू मुस्लिम एकता का माहौल देखने को मिला कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्वलित कर किया गया जिसके उपरांत कवी विरेंद्र सिंह ब्रजवासी ने सरस्वती वंदना कि और शायर अब्दुल कुद्दुस ने नात शरीफ पढ़ मुशायरे का आग़ाज़ किया मुशायरे में कवी व शायरों ने देशभक्ति की कविताएं पढ़ इस अमृत महोत्सव की महफ़िल को कामयाब किया।
शायर नोमान जमाल ने अपने अंदाज़ में कहा
गुरुर ए हुस्न से ज़िल्लत नसीब होती है,वो अपने हुस्न पर नाज़ा है देखिए क्या हो
जमाल जबसे बुलंदी मिली है दुनिया में,अमीरे शहर परीशा है देखिए क्या हो
मशहूर शायर डॉ नफ़ीस ने
वतन परस्ती पर कहा
हम बटे ना कभी तिफरकात में
एक हो जाएं सभी मुल्क के वास्ते
साफ कर दे कदुरत भरे रास्ते
झूमकर गीत गाए वतन के लिए
योमें आजादी है योमें आजादी है
एसडीएम राज बहादुर सिंह कुछ यूं बांधा समा
फिर से बटा कबीलों में पढ़ा लिखा इंसान,जिसका कोई धर्म नहीं वह है प्यारा इंसान
उस से दिल लगाना यूं भी है और यूं भी,
बर्बाद दिल मेरा यूं भी है और यूं भी
मशहूर कव्वाल व शायर शकील अहमद साबरी ने कहा
जिसको होती है नशे की आदत,बदगुमां जिंदगी वो जीता है
ऐसा इंसान नस्ले शैता है,
अपने बच्चों का खून पीता है
उस्ताद शायर मास्टर ज़मीर सालकी ने अपने उस्तादी का फन दिखाते हुए पड़ा
वीर सपूतों का यह हम पर ज़ाहिर है एहसान
हिंद की आज़ादी पर अपनी जाने दी कुर्बान
बच्चों की मुस्कान है देकर रखा देश का मान
झूम रहे हैं भारतवासी गाते हैं गुड़गांन
प्यारा हिंदुस्तान हमारा प्यारा हिंदुस्तान
संचालन कर रहे डॉ मनोज रस्तोगी ने कोरोना काल की याद दिलाते हुए कहा
सुन रहे यह साल आदमखोर है
हर तरफ बस चीख, दहशत शोर है
मत कहो यह वायरस ज़हरीला बहुत है
आदमी ही आजकल कमज़ोर है
कुंदरकी के नौजवान शायर राशिद राहत ने कहा
पुरखों ने जान देकर बनाया है आशियां
हमसे तो आग ईसमें लगाई न जाएगी
आती है मौत भूख से आए भले मगर
रोटी वतन को बेच कर खाई न जाएगी
सभासद कासिम अंसारी ने पढ़ा
जुर्म क्या है बता दीजिए फिर शोक से सज़ा दीजिए
तुमको किसने यह हक दे दिया, खून ए इंसा वहा दीजिए
उप जिलाधिकारी राजबहादुर सिंह व मुख्य अतिथि के तौर पर आए भाजपा नेता ऋषि पाल सिंह द्वारा शायरों को फूल माला एवं तिरंगा पट्टी पहना कर स्वागत सत्कार किया गया मुशायरे में अब्दुल कुददुस, डॉ नफीस, नोमान जमाल,शकील साबरी, त्यागी अशोक कृष्णम,वीरेंद्र सिंह बृजवासी, बृजेश सिंह चौहान, एसडीएम राजबहादुरसिंह,कासिम अंसारी,जावेद अंसारी,राशिद राहत इत्यादि शायर एवं कवियों ने अपनी रचनाएं व शायरी पड़ी उस्ताद शायर ज़मीर सालकी अदीबी ने मुशायरे की सदारत की और संचालन की जिम्मेदारी को मुरादाबाद से आए मशहूर ओ मारूफ़ साहित्यकार एवं कवि डॉ मनोज रस्तोगी व एड आफाक कमाल ने संयुक्त रूप से निभाया कार्यक्रम के आयोजक मंडल की ज़िम्मेदारी,एड आफाक कमाल, नोमान जमाल,अवधेश शर्मा सनी सिंह इत्यादि ने अदा की।