Factum:- लड़की से लड़का बनेंगी पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी,लिंग हेतु सर्जरी कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही कराएंगी.
लड़की से लड़का बनेंगी पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी,लिंग हेतु सर्जरी कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही कराएंगी.
बंगाल के पूर्व CM बुद्धदेव की बेटी पुरुष बनेंगी: सुचेतना बोलीं, सेक्स चेंज कराने के बाद लोग मुझे सुचेतन नाम से जानेंगे.
पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की बेटी सुचेतना भट्टाचार्य सेक्स चेंज कराएंगी। इसके लिए वे सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी कराएंगी।
पिछले दिनों एक भाषण के दौरान सुचेतना ने खुद को ट्रांस मैन घोषित किया और कहा कि सर्जरी के बाद वो सुचेतन के तौर पर जानी जाएंगी।
LGBTQ कार्यकर्ता सुपर्वा रॉय ने एक तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड कर बताया कि सुचेतना एक ट्रांसवूमन हैं।
सुचेतना ने भी इन खबरों को सही बताया और कहा- लड़की से ट्रांसमैन बनने का उनका फैसला निजी है।
उन्होंने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि परिवार अपनी पहचान छुपाता है।
उन्होंने कहा कि ट्रांसमैन बनने की दिशा में जो भी जरूरी कानूनी औपचारिकता होगी, उसे वो सर्जरी से पहले पूरा कर लेंगी।
स्कूलिंग के दौरान हुआ पुरुष होने का एहसास
सुचेतना ने कहा- स्कूलिंग के दिनों से मैंने खुद को एक पुरुष के रूप में पहचाना। यह एहसास समय के साथ और अधिक विकसित हुआ।
अब मैं शारीरिक रूप से भी एक पुरुष बनना चाहती हूं। मानसिक रूप से भी मैं एक पुरुष ही हूं।
सुचेतना एक एनवायरन्मेंटल साइंटिस्ट रही हैं। साथ ही ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट और सोशल वर्कर भी हैं। 2015 से वे कोलकाता रेनबो प्राइड फाउंडेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मेंबर हैं।
माता-पिता से भी बात की
सुचेतना ने कहा कि सेक्स चेंज सर्जरी के बारे में उन्होंने अपने माता-पिता से भी बात की थी। उन्होंने कहा- मेरी पैतृक पहचान कोई बड़ी बात नहीं है।
मैं 41 साल की हूं इसलिए मैं अपने जीवन के फैसले खुद लूंगी। मैंने इसके लिए कानूनी और मेडिकल कार्रवाई पहले ही शुरू कर दी है।
सुचेतना ने कहा कि उनके दो अनुरोध हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक दलों से LGBTQIA+ समुदाय का समर्थन करने का अनुरोध करना चाहती हूं, तभी समाज इस बात को बेहतर ढंग से समझ पाएगा और उन्हें परेशान करना बंद कर देगा। दूसरे, मीडिया को LGBTQIA+ समुदाय का समर्थन करने के लिए आगे आना चाहिए।
LGBTQ कम्युनिटी में कौन लोग हैं?

फैसला इतना आसान नहीं
अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता उषाशी चक्रवर्ती ने कहा कि सुचेतना जैसे किसी इंसान के लिए जिनके पिता राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं इतने साहस के साथ सामने आना और इस तरह के फैसले की घोषणा करना आसान नहीं है। मुझे लगता है कि सुचेतना का साहसिक कदम कई अन्य लोगों को कुंठा से बाहर आने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
कई लोग खुलकर बोलने से डरते हैं। जितने अधिक लोग आगे आएंगे, इस मुद्दे पर सामाजिक आंदोलन उतना ही मजबूत होगा। सुचेतना जैसे लोगों के कदम का निश्चित रूप से समाज पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। कलकत्ता हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील और कोलकाता में LGBTQ आंदोलन के एक प्रमुख चेहरे कौशिक गुप्ता ने भी चक्रवर्ती की बात से सहमति जताई। विचार पसंद की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता स्थापित करना है। पहले भी सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी से गुजरने वाले लोगों के मामले सामने आए हैं। दूसरों को कुंठाओं से बाहर आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनकी पहल समान रूप से सराहनीय है। उनके इस तरह सामने आने से समाज पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।