उत्तर प्रदेश / उत्तराखण्ड

Sticking The Mouth With Feviquick-PUBG खेलने के लिए 6 साल के बच्चे का अपहरण-हत्या:मुंह को फेवीक्विक से चिपकाया, फिर बाथरूम में कर दिया था बंद

देवरिया में 6 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या का मामला सामने आया है। यहां दवा व्यवसायी के बेटे का गांव के एक युवक ने अपहरण किया। इसके बाद उसके मुंह को फेवीक्विक से चिपकाकर बाथरूम में बंद कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई। आरोपी ने बच्चे के परिवारवालों से 5 लाख की फिरौती मांगी थी। अपहरण के साढ़े 9 घंटे के बाद बच्चे का शव आरोपी के घर के सामने बने टॉयलेट में मिला है।

यह पूरी घटना लार थाना क्षेत्र के हरखौली गांव की है। थानाध्यक्ष नवीन सिंह ने बताया, “आरोपी PUBG खेलने का आदी था। इसके लिए वह कई बार घर से रुपए भी मांगता था। घरवालों ने पैसे देना बंद कर दिया था। पैसे के लिए आरोपी ने ट्यूटशन पढ़ने आए बच्चे का अपहरण कर लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।”

बच्चे की मौत से परिवार में मातम है। गांव की महिलाएं बच्चे की मां को ढांढस बंधाने पहुंचीं।

 

चिट्‌ठी से मांगी 5 लाख की फिरौती
हरखौली गांव के रहने वाले गोरख यादव होम्योपैथिक का स्टोर चलाते हैं। उनका 6 साल का बेटा संस्कार यादव था। वह UKG में पढ़ता था। संस्कार घर के पास ही नरसिंह विश्वकर्मा के घर ट्यूशन पढ़ने जाता था। वह बुधवार को दोपहर 2:30 बजे नरसिंह यादव के घर पढ़ने गया था।

शाम 5 बजे तक संस्कार घर वापस नहीं आया, तो घर वाले नरसिंह के घर पहुंचे। संस्कार वहां भी नहीं मिला। इस पर परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की। कुछ देर बाद गांव के गोरख यादव के खेत में एक चिट्ठी मिली। उसमें संस्कार के अपहरण की सूचना दी थी। चिट्‌ठी में 5 लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी।

इसके बाद परिजन लार थाना पहुंचे। उन्होंने गुमशुदगी दर्ज कराई। सूचना पर पुलिस पहुंची तो ट्यूशन शिक्षक नरसिंह विश्वकर्मा और उसके पौत्र अरुण विश्वकर्मा से पूछताछ शुरू की। शक होने पर पुलिस ने अरुण विश्वकर्मा को थाने ले गई। कड़ाई से पूछताछ में अरुण ने जुर्म कबूल कर लिया।

ये उसी टॉयलेट का फोटो है, जहां आरोपी ने संस्कार को कैद किया था।

 

“बच्चे को जिंदा चाहते हो तो 5 लाख दो”
बच्चा शोर न मचाने पाए, इसके लिए आरोपी फेवीक्विक से उसका मुहं चिपका दिया। घर के बाहर ही उसने बाथरूम में बद कर दिया। इसके बाद कॉपी से पन्ना फाड़कर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी। चिट्‌ठी में लिखा, “अगर अपने बेटे को जिंदा चाहते हो तो 5 लाख रुपए दे जाओ”।

2 घंटे तक परिजनों के साथ खुद खोजवाता रहा आरोपी
खत को घर के बाहर ही खेत में रख दिया। चिट्‌ठी उड़े न इसके लिए उसके ऊपर पेन रख दिया। जब घर वाले खोजने लगे तो साथ में आरोपी अरुण भी खोजने लगा। 2 घंटे तक वह भी खोजता रहा। फिर फिरौती वाली चिट्‌ठी घर वालों को दे दिया।

रात में 12 बजे आरोपी ने पुलिस को बताया
हिरासत में लिए गए ट्यूशन टीचर पौत्र अरुण ने बताया, “बच्चे को घर के बाहर शौचालय में बन्द किया है। पुलिस पहुंचकर शौचालय खोला, तो छात्र संस्कार यादव की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने आरोपी अरुण विश्वकर्मा, उसके पिता राजकुमार विश्वकर्मा, मां कुमकुम देवी, दादा नरसिंह विश्वकर्मा और दादी मंदोदरी को हिरासत में ले लिया है। तनाव को देखते हुए आरोपी के घर पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दिया है।

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