दारुल उलूम मसूदिया में हुई शोहदा ए कर्बला कॉन्फ्रेंस
अकीदत मन्दो ने सुना ज़िक्र ए हुसैन
बिलारी-दारुल उलूम मसूदिया रिजविया मैं शोहदाये कर्बला की याद में एक यादगार जलसा हुआ जिसमें नाते सरवर ए कौने पढ़ी गई वा बेरौनी उलेमाओ ने नूरानी बयानात कर कर्बला का जिक्र कर जलसे में आये लोगो को खिताब किया।
काशीपुर से आए मौलाना जुल्फिकार ने जिक्रे शहादत पर अपनी तकरीर की जिसका उनवान था ‘जिसमें जुल्म हारा हक जीता’ जलसे में कमेटी के ओहदे दारान के साथ साथ सैकड़ों लोग शामिल रहे खुसूसी तौर पर डॉक्टर नफीस अहमद,आले हसन , तस्लीम अहमद, मोहब्बत अली, मास्टर इस्लाम,हाजी साबिर, साकिर, सलीम,मसरूर,रफीक, अहमद, कारी उस्मान, मौलाना मुख्तार, नबी हसन,हाजी आलिम, डॉक्टर रफी,गफ्फार,बबलू मसूदी, इंतजार मसूदी,साबिर हुसैन, इंतखाब, जाकिर पासपोर्ट, बबलू हसन, पप्पू मसूदी, सफदर हुसैन, एजाज मसूदी, इफकार के अलावा बहुत से लोग मौजूद रहे।